The best Side of hanuman mantra
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥३३॥ अन्त काल रघुबर पुर जाई ।बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस बदन तुह
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥३३॥ अन्त काल रघुबर पुर जाई ।बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस बदन तुह